To support this emerging need and simultaneously harnessing these opportunities, “KisanSarathi” an Information Communication and Technology (ICT) based interface solution has been visualized with an ultimate goal of: An intelligent online platform for supporting agriculture at local niche with national perspective. Which is intended to provide a seamless, multimedia, multi-ways connectivity to the farmers with the latest agricultural technologies, knowledge base and the pool of large number the subject matter experts. It has been stipulated that it will facilitate, in phase wise manner, the virtual connectivity between man to man (farmers to experts), semi-automatic man to machine (farmer to computers/agriculture knowledge base) and fully automatic - machine to machine (smart phone to computers/agriculture knowledge base) and vise-versa by utilizing the potential of Artificial Intelligence/Machine learning and such modern tools and techniques. It will be a hub of two way multi-lingual communication and automated searching (using Artificial Intelligence) and transmission of agricultural technology information and advisory in the form of Videos, Audios, Images and Textual Information through:
Digital/Virtual Query Assistant (DQA): In this farmer will call to a specified number and record his query in his own language (initially in English and Hindi), which will be automatically directed to respective KVK/ATARI. The query will be responded in the same language after which phone number of the farmer will be automatically dialed and he will be able to know the response. Apart, from this it will also send automated advisory to farmers for different farm operations based on local scenarios/situation
Technology Library: A well classified multi-lingual technology library will be developed with the help of small videos, audios, images, and texts which can be accessed by the farmers by searching through voice and text using DQA or any digital device.
आईआईडीएस किसान सारथी में केवीके द्वारा व्यक्तिगत सलाह देने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला तकनीकी माध्यम (पटल) है। आईआईडीएस एक पुश-एंड-पुल पर आधारित प्रणाली है जहां मोबाइल फोन का उपयोग करके किसानों से कृषि संबंधी जानकारी ली जा सकती है। आईआईडीएस स्मार्टफोन एप्लिकेशन, इंटरेक्टिव पोर्टल और आईवीआरएस का एक संयोजन है। एक मोबाइल इंटरफ़ेस उपयोगकर्ता सामने होता है और एक वेब इंटरफ़ेस बैकेंड पर होता है। स्वर संदेश, लिखित, चित्र एवं चलचित्र के माध्यम से दोनों ओर से (किसानों से विशेषज्ञों को और विशेषज्ञों से किसानों को) डाटा का आदान प्रदान किया जा सकता है। यह प्रणाली किसानों को विभिन्न सेवाओं की सदस्यता लेने के विकल्प प्रदान करती है। इससे किसान भाई व बहनें उन सेवाओं के लिए अपनी व्यक्तिगत आवश्यकता के अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जिनके लिए उन्होंने सदस्यता ली है। भविष्य में किसान कई अन्य सेवाओं के लिए सब्सक्राइब कर सकते हैं तथा जिन सेवाओं की उन्हें आवश्यकता नहीं है, उनके लिए अपनी सदस्यता त्याग (अनसब्सक्राइब) भी सकते हैं। ये प्रणाली एक केन्द्रीकृत डेटाबेस से संयोजित है जहाँ खेतों की, किसानों की और लेन-देन की सभी जानकारी संग्रहित है। बैकेंड (वेब एप्लीकेशन) पर मौजूद विशेषज्ञ किसानों के इस डेटाबेस से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।.
आईआईडीएस की विशिष्ट विशेषताएं
किसानों द्वारा की गई कॉल्स केंद्रीकृत सर्वर पर रिसीव होती हैं और वहां से उचित विशेषज्ञ के पास पहुँचती हैं। इस तरह से जो प्रश्न एकत्रित होते हैं, उनकी प्रश्नावली बना कर रख ली जाती है जिससे भविष्य में वहां के स्थानीय किसानों के समरूप प्रश्नों के लिए सन्दर्भ मिल सके। कृषि विशेषज्ञ इस प्रणाली से लिंक्ड डेटाबेस की जानकारी को देख सकते हैं। इस तरह से वो किसानों और उनकी खेती सम्बंधित समस्या को बेहतर रूप से समझ कर यथोचित समाधान प्रदान करते हैं । (अपने किसान को जानें / नो योर फार्मर).
आईआईडीएस के लाभार्थी:
i) कृषि विस्तार विभाग: हर राज्य का एक विस्तार विभाग या कोई और एजेंसी अपने कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) स्टेशन को रजिस्टर कर सकते हैं। इसके साथ ही वहां आने वाले प्रश्नों और वहां से दी जाने वाली सलाहों का निरीक्षण कर सकते हैं।.
ii) कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके): कोई भी कृषि विज्ञान केंद्र अपने किसानों की स्थान विशेष समस्याओं का समाधान आईआईडीएस प्रणाली के माध्यम से कर सकते हैं। वहां के समन्वयक (कोऑर्डिनेटर) अपने क्षेत्र विस्तार कार्यकर्ता / फील्ड एक्सटेंशन वर्कर्स और विषयवस्तु विशेषज्ञों के द्वारा प्रदान की जाने वाली कृषि सलाह का निर्देशन और निरीक्षण कर सकते हैं।.
iii) विषयवस्तु विशेषज्ञ (एसएमएस): विषयवस्तु विशेषज्ञ किसानों को उनके खेत सम्बंधित विशेष जानकारी एवं समाधान प्रत्यक्ष रूप (रियल टाइम) तथा ऑफलाइन मोड, दोनों तरह से प्रदान कर सकते हैं। किसान अपने खेतों का जो पूर्ववृत्त और प्रश्न लिखित रूप में (टेक्स्ट), फोटो, या वाणी (वॉइसनोट) के माध्यम से साझा करते हैं, उसके आधार पर उन्हें विभिन्न कार्यक्षेत्रों में कृषि-सलाह देने की सुविधा यहाँ उपलब्ध हैं। विशेषज्ञों के पास सम्पूर्ण जानकारी का डेटाबेस होता हैं जो उनके सिस्टम से लिंक्ड होता हैं। इससे विशेषज्ञ किसानों और उनके खेतों की समस्याओं को 'अपने किसान को जानें' / 'नो योर फार्मर' (केवीएफ) के आधार पर सही प्रकार से समझ कर बेहतर सलाह दे सकते हैं।.
iv) किसान: किसान आईआईडीएस के उपयोगकर्ता (एन्डयूज़र्स) हैं और अध्ययन के अनुसार मोबाइल फ़ोन किसानों का सबसे सुलभ, सुगम और पसंद किया जाने वाला सूचना और संचार प्रौद्योगिकी यन्त्र हैं। इसलिए ये प्रणाली इस बात को ध्यान में रख कर बनाई गयी है जो मोबाइल फोन उपयोग करने वाले हर प्रकार के किसान के लिए मूलभूत एवं उन्नत मूल्य संवर्धित मल्टीमीडिया कृषि सलाह सेवाओं को प्रदान कर सके, चाहे उनका नेटवर्क प्रदाता कोई भी हो।.
v) क्षेत्र विस्तार कार्यकर्ता / फील्ड एक्सटेंशन वर्कर्स : ये अपने स्थान के उन्नत या प्रगतिशील किसान हो सकते हैं जिन्हे कृषिकार्य में अनुभव हो तथा कंप्यूटर / स्मार्टफोन का कार्यसाधक ज्ञान हो। ये उन किसानों के लिए सूचना दूत / संदेशवाहक की तरह कार्य कर सकते हैं जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं या फिर वे अपने प्रश्न / जानकारी मल्टीमीडिया के माध्यम से प्रेषित / प्राप्त करने में असमर्थ हैं ।
प्रौद्योगिकी घटक
आईआईडीएस एप्लीकेशन का निर्माण मुक्त स्रोत तकनीक, जैसे वेब पोर्टल के लिए PHP और मिकल, आईवीआरएस के लिए Asterisk, जो एक मुक्त स्रोत संचार सॉफ्टवेयर है, एवं मोबाइल एप्लीकेशन के लिए Android Platform का उपयोग करके किया गया है। इस प्रणाली की मुख्या विशेषताएं इस प्रकार हैं :